पढने मे ऐसा क्यों आ रहा है कि किसी निर्माता को आपने डेट्स नहीं दी तो कोर्ट ने आपकी सम्पत्ति जब्त करने का फरमान ही
सुना दिया । इससे पहले तो किसी भी स्टार के साथ ऐसा कोई अन्यायपूर्ण हादसा देखने-सुनने में नहीं आया, और फिर स्टार तो स्टार है मर्जी हो तो ही डेट देगा, बाकि ये अनुबन्ध वगैरह तो मात्र दिखावी औपचारिकताओं से ज्यादा आखिर चीज क्या हैं ?
मुझे तो आप सितारों के इस सर्वाधिकार सुरक्षित अधिकारों के कई उदाहरण याद आ रहे हैं जब आपके पूर्ववर्ती महानायकों ने अपने इस अधिकार का अपनी सुविधानुसार उपयोग किया-
सबसे पहले तो अपने जानी भाई राजकुमार जी का उदाहरण दिख रहा है, अरे वही जिन्होंने सुपर स्टार अमिताभ बच्चन को यह कहते हुए हवा में उडा दिया था कि जानी हम किसी अमिताभ बच्चन को नहीं जानते, हम तो ये जानते हैं कि हम राजकुमार है । इन्होंने तो अपने निर्माता को सिर्फ इसलिये डेट्स देने से इन्कार कर दिया था कि जानी जो तेल अपने सिर में तुम लगाते हो उसकी खुशबू हमें पसन्द नहीं है इसलिये हम तुम्हे डेट्स नहीं दे सकते ।
फिर अपने शम्मी कपूरजी इनकी लोकप्रियता से कौन परिचित नहीं रहा । ये एक अनार स्टार तो अपने सौ बीमार निर्माताओं से स्वयं इतने त्रस्त रहते थे कि निर्माताओं की लाईन में सिर्फ उसी निर्माता को डेट्स ये दे पाते थे जो इनके स्वनिर्मित ताजे मोरारजी जूस का सबसे पहले पान करके दिखा पाता था ।
और अपने ची ची भईया अरे वही छोटे-मियां- गोविन्दा, इनके बारे में तो खबरें यहाँ तक रही कि नये निर्माताओं से छोटा-मोटा डिपाजिट ले लेने के बाद ऐसे छुटभईयों को ये डेट्स देना तो बहुत दूर की बात कभी उनकी तरफ पलटकर देख भी नहीं पाते थे, टाईम ही नहीं होता था ।
लेकिन आपके ही केस में ये ससुरा कौनसा फैसला सुनने को मिल रहा है । वैसे तो भाई हमें पूरा विश्वास है आपने मुन्नाभाई के रुप में कभी अपनी भाईगिरी से और कभी अपनी गांधीगिरी से इस देश के सामान्यजन की समस्याओं के जो थोक में निदान करवाए हैं वैसा ही कोई अचूक निदान आप यहाँ भी कर ही लेंगे ।
किन्तु भाई फिर भी थोडी चिन्ता होना तो लाजमी है ना.