tag:blogger.com,1999:blog-2400677247486190844.post4534413288709924924..comments2023-12-17T09:11:07.456+05:30Comments on नजरिया: आनंद की चाह में - तनाव क्यों...?Sushil Bakliwalhttp://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2400677247486190844.post-68719685795460510522020-01-07T09:37:39.580+05:302020-01-07T09:37:39.580+05:30जीवन के प्रति नजरिया बदलने की सन्देश देती सुंदर प्...जीवन के प्रति नजरिया बदलने की सन्देश देती सुंदर प्रस्तुति.RAKESH KUMAR SRIVASTAVA 'RAHI'https://www.blogger.com/profile/14562043182199283435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2400677247486190844.post-75308108285105953162020-01-06T16:19:13.941+05:302020-01-06T16:19:13.941+05:30रोचक पोस्ट। आपने सही कहा हम हर चीज पाने के लिए इतन...रोचक पोस्ट। आपने सही कहा हम हर चीज पाने के लिए इतनी दौड़ भाग करते हैं कि जो पा लिया है उसका आनंद नहीं ले पाते हैं। एक फिल्म देखी थी जिसमें दो किरदार बातचीत करते रहते हैं। एक किरदार दूसरे को अपनी छत की बालकनी दिखाते हुए कहता है कि जब यह घर लिया था तो यह देखकर लिया था कि बालकनी से व्यू अच्छा आता है। बैठकर चाय पीने का आनंद लूँगा लेकिन जब से घर लिया है मैं इधर बैठ नहीं पाया हूँ। यह दृश्य काफी कुछ कह जाता है। इसने काफी कुछ सिखा दिया था। सुंदर पोस्ट। विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2400677247486190844.post-24451704861054585982020-01-06T13:09:07.949+05:302020-01-06T13:09:07.949+05:30आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में&...<i><b> आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज सोमवार 06 जनवरी 2020 को साझा की गई है......<a href="https://mannkepaankhi.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com